इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक पन्नून का जन्म 1960 के दशक में अमृतसर के पास खानकोट में हुआ था। जब ये बड़ा हो रहा था उस वक्त पंजाब में खालिस्तान आंदोलन चरम पर था। इसने 1990 के दशक में पंजाब विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री हासिल की और फिर ये अमेरिका चला गया। अमेरिका जाने के बाद ये 2000 की दशक से अमेरिका और कनाडा में खालिस्तानी मूवमेंट को हवा देने की कोशिश कर रहा है। 2018 में तथाकथित “खालिस्तान जनमत संग्रह” की घोषणा करने के बाद ये चर्चा में आया। इसे खालिस्तान का सबसे बड़ा नेता और चेहरा माना जाने लगा है।